मध्य प्रदेश का खूबसूरत शहर शहडोल में घूमने की जगह बहुत है जहां आप अपने परिवार दोस्त के साथ जा सकते हैं शहडोल को राजा विराट का शहर माना जाता है| शहडोल का प्राचीन नाम शहस्त्र डोल है जिसका अर्थ होता है “हजारों तालाब” अर्थात यहां पर बहुत से तालाब बने हुए हैं जिस कारण से इसे पहले शहस्त्र डोल कहा जाता था, और बाद में शहडोल कहा जाने लगा। शहडोल में घूमने जाने के लिए बहुत से ऐतिहासिक प्राकृतिक और धार्मिक स्थल हैं जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते रहते है।

शहडोल में घूमने के लिए प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल (shahdol me ghumne ki jagah)
शहडोल में घूमने के लिए निम्नलिखित बेहतरीन दर्शनीय स्थल है जहां आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ जाकर आराम से घूम सकते हैं और पिकनिक पार्टी इंजॉय कर सकते हैं
- बाण सागर बांध
- विराट मंदिर
- कंकाली देवी मंदिर
- क्षीर सागर
- सोन नदी एवं जोहिला नदी का संगम
- सरफा दम शहडोल
- पंचमठा मंदिर सिंघपुर शहडोल
- मारखी माता मंदिर जमुनिहा केशवाह
- लखबारिया गुफा
- जिला पुरातत्व और संग्रहालय
- सिंहवाहिनी भाटिया वाली माता, जैतपुर
बाणसागर बांध – शहडोल (Ban sagar Dam)

शहडोल से 110 किलोमीटर दूर देवलोंद में स्थित बाणसागर बांध शहडोल में घूमने के लिए एक बहुत ही अच्छी और शानदार जगह है, यह एक बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजना है। बाणसागर बांध का निर्माण सोन नदी पर किया गया है इस बांध में 18 गेट हैं यहां पर सूर्यास्त का नजारा मनमोहने वाला होता है।
विराट मंदिर – शहडोल ( Virat Temple shahdol)

शहडोल के सोहागपुर में स्थित विराट मंदिर भगवान शिव का एक बहुत प्राचीन और भव्य मंदिर है। शहडोल में घूमने के लिए यह मंदिर एक अच्छा दर्शनीय स्थल है, इसका निर्माण 11वीं सदी में किया गया था। इसकी दीवारों पर लगे पत्थरों पर खूबसूरत कलाकृतियां देखने को मिलती है इस मंदिर में भी खजुराहो की तरह ही कामुक मुद्रा में नायक-नायकों की मूर्तियां लगी हुई है जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं यही कारण है कि यह शहडोल का एक महत्वपूर्ण दर्शनीय स्थल है।
कंकाली मंदिर – शहडोल ( Kankali Temple – Shahdol)
शहडोल से 10 किलोमीटर दूर गांव अंतरा में मां कंकाली देवी का मंदिर है इस मंदिर में 18 भुजी चामुंडा माता का दरबार सजा है। कहां जाता है इस मंदिर के गेट बंद हो जाने के बाद अंदर कोई नहीं जा सकता क्योंकि इनकी रखवाली साप करते हैं, और नवरात्रि में तो स्वयं वनराज भी यहां दर्शन के लिए रात्रि में आते हैं हालांकि किसी ने देखा नहीं है लेकिन जब वह आकर चले जाते हैं तब उनके पद चिन्ह सुबह देखे गए हैं शहडोल में घूमने के लिए मां कंकाली देवी मंदिर एक बहुत ही सुंदर और अच्छा दर्शन स्थल है।
क्षीर सागर – शहडोल (Kshirsagar – Shahdol)

शहडोल से 20 किलोमीटर दूर स्थित क्षीर सागर प्राकृतिक सौंदर्य का मनोरम स्थल है, शहडोल में घूमने तथा पिकनिक पार्टी के लिए क्षीर सागर एक अच्छा स्थल है। यहां सोन नदी तथा मुड़ना नदी का संगम स्थल है, इसके किनारे पर रेत की बहुत आकर्षक प्रपत्र बिछी हुई है, जो समुद्र के बीच की तरह का एहसास कराती है। यह घूमने के लिए बहुत ही अच्छा स्थान है यहां आप जाकर दिनभर एंजॉय कर सकते हैं पार्टी या पिकनिक कर सकते हैं।
सोन नदी एवं जोहिला नदी का संगम
जोहिला और सोन नदी का संगम केल्हारी गांव के पास होता है इसके संगम के तट पर भी रेत की एक बहुत अच्छी चादर बिछी हुई है तथा दोनों और हरे-भरे वृक्ष लगे हुए हैं इसे दशरथ घाट के नाम से जाना जाता है। यह शहडोल के आसपास घूमने के लिए एक बहुत ही अच्छा और शानदार स्थान है, आमतौर पर ऐसी जगह पर दोस्तों या परिवार के साथ जाकर आप पिकनिक पार्टी बना सकते हैं।
सरफा डैम – शहडोल (Sarfa Dam – Shahdol)

शहडोल से 13 किलोमीटर दूर ग्राम दूरबाह में स्थित सरफा डैम एक अच्छा स्थानीय पर्यटन केंद्र है। यह डैम सरफा नदी पर बना हुआ है। बरसात के समय यहां पानी की कल-कल की ध्वनि चारो ओर फैली शांत हरियाली मनमोहने वाली होती है। शहडोल में घूमने तथा पिकनिक के लिए सरफा डैम एक अच्छा दर्शनीय स्थल है। सरफा डैम के पास ही एक बहुत सुंदर पार्क बना हुआ है जो सैलानियों के लिए एक मनोरम आरामदायक स्थल है यहां आप अपने परिवार दोस्तों के साथ आकर घूम सकते हैं और अपनी छुट्टी का दिन आराम से इंजॉय कर सकते हैं |
पंचमठा मंदिर सिंघपुर – शहडोल ( Panchmatha Temple Shahdol )

शहडोल जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर सिंघपुर नामक स्थान पर पंचमठा मंदिर स्थित है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, इस मंदिर का निर्माण बड़े-बड़े पत्थरों से किया गया है। कहा जाता है इसे पांडवों ने एक ही रात में बनाया था यह मंदिर यहां स्थानीय पर्यटकों को आकर्षित करता है इस मंदिर के आसपास बहुत से देवी देवताओं की मूर्तियां भी है|
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लखवारिया गुफा -शहडोल (Lakhbariya Caves Shahdol)

शहडोल से 35 किलोमीटर दूर स्थित लखबारिया गांव में बहुत ही प्राचीन गुफाएं बनी हैं, इन गुफाओं का निर्माण कठोर लाल रेत और मजबूत चट्टानों से किया गया है। इन गुफाओं के अभी भी कुछ कमरे शेष हैं कुछ लोग मानते हैं कि पांडवों ने यहां अज्ञातवास काटा था इस दौरान उन्होंने यहां एक लाख गुफाओं का निर्माण किया जिस कारण इस स्थान को लखवारिया कहा जाता है। खुदाई करने पर आज भी गुफाओं के अवशेष श्रृंखला के रूप में मिलते हैं। यह घूमने के लिए एक बेहतरीन ऐतिहासिक स्थल है, यहां बहुत पर्यटक हर साल आते हैं |
शहडोल में घूमने की जगह – जिला पुरातत्व संग्रहालय शहडोल
शहडोल में घूमने के लिए जिला पुरातत्व संग्रहालय शहडोल एक बहुत अच्छा स्थान है इस संग्रहालय में आप शहडोल तथा शहडोल के आसपास के क्षेत्र में पाई गई प्राचीन कलाकृति मूर्ति और प्राचीन वस्तुओं का संग्रह देख सकते हैं जो आपको आपके इतिहास से परिचय करते हैं |

शहडोल में घूमने की जगह: शहडोल का जिला पुरातत्व संग्रहालय पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण का केंद्र है इसमें 80 से 90 लाख साल पुराने औजार तथा जीवाश्म देखने को मिलते हैं | इसके साथ आदि मानव जिन पत्थरों के औजारों का उपयोग करते थे उनका भी पूरा संग्रह
शहडोल पुरातत्व संग्रहालय में मौजूद है। इसके अलावा 8वीं सदी से 11 वीं सदी के बीच कई प्रतिमाएं, कला कृतियाँ सहित प्राचीन मुद्राएं, शिला लेख यहां की शोभा बढ़ा रहे हैं।
सिंघवाहिनी भाटिया वाली माता जैतपुर
शहडोल से 50 किलोमीटर दूर जैतपुर में सिंह वाहिनी माता का मंदिर है यह बहुत ही प्राचीन मंदिर है जो खंडहर बन चुका था लेकिन इसका फिर से जीरो उधर कराया गया यह शहडोल में घूमने के लिए एक बहुत ही अच्छा दर्शनीय स्थल है |
शहडोल में घूमने की जगह – बाण गंगा का मेला
शहडोल का बहुत ही फेमस मिला है यह मेल लगभग 125 वर्षों से लगातार लगता चला आ रहा है यह मेल शहडोल में बाढ़ गंगा के पास लगता है इस मेले का आयोजन हर वर्ष मकर संक्रांति के समय किया जाता है यह मेल 5 दिनों तक चलता है यह भी शेड्यूल के में घूमने के लिए एक बहुत अच्छा स्थान है |
शहडोल के आसपास घूमने के लिए दर्शनीय स्थल
शहडोल में प्राकृतिक खूबसूरती तो हर जगह है साथ ही शेड्यूल के आसपास घूमने के लिए भी बहुत से अच्छे-अच्छे दर्शनीय स्थल है यह दर्शनीय स्थल विश्व प्रसिद्ध है आप इन्हें भी घूमने जा सकते हैं जैसे -अमरकंटक और बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान, नर्मदा नदी का उद्गम स्थल और भी अन्य छोटे दर्शनीय स्थल हो सकते हैं| शहडोल में घूमने के लिए बेहतरीन दर्शनीय स्थलों के नाम आपको विजिट हिंदी द्वारा बताए गए हम उम्मीद है आपको पसंद आए होंगे आप शहडोल के आसपास के जिलों में भी घूमने के लिए जा सकते हैं वहां भी बहुत अच्छे-अच्छे दर्शनीय स्थल है|
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FAQ
शहडोल क्यों प्रसिद्ध है?
शहडोल मध्य प्रदेश का बहुत ही खूबसूरत शहर है शहडोल अपने विषलवाड़ सागर बांध सोन नदी प्राचीन मंदिर जैसे कंकाली देवी मंदिर विराट मंदिर तथा तालाब वन और हरी-भरी वृक्ष और यहां पर मिलने वाली खनिजों के भंडार के लिए प्रसिद्ध है।
क्या शहडोल में रेलवे स्टेशन है?
हां शहडोल में एक बहुत अच्छा रेलवे स्टेशन है।
क्या शहडोल में एयरपोर्ट है?
नहीं अभी शहडोल में कोई बड़ा एयरपोर्ट नहीं है लेकिन मुख्यमंत्री ने यहां पर जल्द ही एयरपोर्ट बनाने की घोषणा की है।
शहडोल का पुराना नाम क्या है?
शहडोल का पुराना नाम सहस्त्र डोल है जिसका मतलब होता है-हजार तालाब का शहर।
शहडोल में किस गैस के भंडार पाए जाते हैं?
शहडोल के सुहागपुर में मीथेन गैस का भंडार है इसके अलावा शहडोल में कोयला और यूरेनियम भी पाया जाता है।