मुंबई में घूमने की जगह : सपनों के शहर मुंबई की व्यस्त लाइफ में सभी वीकेंड या फिर हॉलीडे पर कहीं ना कहीं घूमने का प्लान बनाते हैं, मुंबई में घूमने की जगह बहुत ही शानदार है , जहां पर आप जाकर अपनी फैमिली या दोस्त के साथ एंजॉय कर सकते हैं| अरब सागर के किनारे बसे खूबसूरत शहर मुंबई में बॉलीवुड की चकाचौंध , जुहू बीच, कपल्स का फेवरेट मरीन ड्राइव, कन्हेरी की गुफाएं और भी बहुत कुछ है |
![mumbai me ghumne ki jagah |मुंबई में घूमने की जगह](https://visithindi.com/wp-content/uploads/2024/02/mumbai-me-ghumne-ki-jagah-1024x576.webp)
इस पोस्ट में हमने मुंबई में घूमने की जगहकी एक लिस्ट तैयार की है औरउन सभी को डिटेल से बताया हैघूमने की जगह की तलाश कर रहे हैं तो आप बिल्कुल सही जगह पर यहां पर मैंने सभी अच्छी खूबसूरत औरशानदार जगह के नाम लिखे हुए हैं |
सपनो के शहर मुंबई में घूमने की जगह –
मुंबई में घूमने की जगह लिए ढेर सारी हैं! इतिहास के शौकीन हों तो छत्रपति शिवाजी टर्मिनस और गेटवे ऑफ इंडिया घूमें। समुद्र का मजा लेना चाहते हैं तो चौपाटी या वर्ली बीच जाएं। खरीदारी के लिए छत्रपति शिवाजी रोड या लिंकन रोड का रुख करें। प्रकृति पसंद हैं तो पवई झील या बोरीवली राष्ट्रीय उद्यान घूमें। मजेदार रात के लिए मरीन ड्राइव या लोअर पारेल में घूमें| नीचे आपको सभी जगहों की जानकारी विस्तृत रूप से दी गयी है –
जुहू चौपाटी –
जुहू चौपाटी मुंबई में घूमने की सबसे बेहतरीन जगह में सिर्फ एक है|मुंबई की धड़कन, जुहू चौपाटी, आपको मंत्रमुग्ध कर देगी। सुनहरी रेत पर नंगे पाँव टहलने का आनंद , लहरों की आवाज़ , और स्वादिष्ट चाट, भेल, पानी पूरी, पकौड़े – हर कदम पर नया ज़ायका मिलने वाला है |
घुड़सवारी करें, समुद्र में फेरी का मज़ा लें या पैरासेलिंग का रोमांच अनुभव करें। सूर्यास्त के जादुई रंगों में रंगा आसमान और रात की चमचमाती रोशनी के बीच बनाएं यादें जो ज़िंदगी भर साथ रहें।
![जुहू चौपाटी , मुंबई](http://visithindi.com/wp-content/uploads/2024/02/जुहू-चौपाटी-मुंबई-1024x576.webp)
जुहू चौपाटी सिर्फ एक जगह नहीं, बल्कि अनुभवों का खज़ाना है। तो देर किस बात की, निकल पड़िए मुंबई की धड़कन को महसूस करने!
गेटवे ऑफ इंडिया –
गेटवे ऑफ इंडिया, मुंबई के दिल में स्थित भव्य स्मारक, सिर्फ दर्शनीय स्थल नहीं, बल्कि इतिहास की कहानी कहता है। 1924 में बना यह गेटवे ऑफ इंडिया (मेहराब) भारत के सम्राट के स्वागत में बनाया गया था। इसकी इंडो-सरसेनिक वास्तुकला आपको मंत्रमुग्ध कर देगी।
![Gateway Of India , mumbai](http://visithindi.com/wp-content/uploads/2024/02/Gateway-Of-India-mumai-1024x576.webp)
क्या खास है:
- अरब सागर के किनारे खड़ा विशाल मेहराब, जिसके सामने से जहाजों का आना-जाना रोमांचित करता है।
- ऐतिहासिक शिलालेख और मूर्तियां, जो समय के रहस्य बयां करती हैं।
- यहाँ आपको हमेशा बहुत अच्छी संख्या में पर्यटक मिल जायँगे |
- ये कपल के लिए बेहतरीन जगह में से एक है|
क्या करें:
- यादगार तस्वीरें खिंचवाएं।
- नौका विहार: यहाँ से आप अलीबाग और एलीफैंटा के लिए नाव से जा सकते है
- यहाँ आपको फोटोग्राफर बहुत मिलने वाले है तो अच्छी – अच्छी फोटो जरूर लीजिये |
- यही पास में ही छत्रपति महाराज वास्तु संग्रहालय भी है |
- आसपास के रेस्तरां में स्वादिष्ट भोजन का मज़ा जरूर लीजिये लें।
याद रखें:
- प्रवेश निःशुल्क है, लेकिन नौका विहार और संग्रहालय के लिए टिकट लेना पड़ता है।
- शाम को रोमांटिक माहौल का लुत्फ उठाएं।
- सामान का ध्यान रखें और सावधानी बरतें।
संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान –
मुंबई महानगर के शोर से दूर, प्रकृति की खूबसूरती में खो जाना चाहते हैं? तो मुंबई के बीचों-बीच बसा संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान आपके लिए एकदम सही जगह है! 103 वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में फैला यह उद्यान आपको जंगली रोमांच और शांत पलों का अनोखा मिश्रण देता है। यह मुंबई में घूमने की सबसे बेहतरीन जगह है |
![Sanjay Gandhi National Park Borivali, Mumbai](http://visithindi.com/wp-content/uploads/2024/02/Sanjay-Gandhi-Nationlal-Park-Borivali-Mumbai-1024x576.webp)
जंगल की सैर:
घने जंगलों में पैदल चलें या साइकिल चलाएं और वन्यजीवों, जैसे तेंदुओं, हिरणों, सांपों और पक्षियों को देखें।
प्राकृतिक झीलों के किनारे बैठकर पिकनिक का मज़ा लें और शांति का अनुभव करें।
उद्यान के अंदर बोटिंग का मज़ा लेते हुए आसपास के नज़ारों का दीदार करें।
Know More About – NEW: बोरीवली नेशनल पार्क – टिकट ,टाइमिंग, और टूर
इतिहास और संस्कृति:
पार्क के अंदर ही स्थित 2000 साल पुरानी कानहेरी गुफाओं का भ्रमण कीजिये और बौद्ध भिक्षुओं की विरासत को महसूस करें। यह पार्क के अंदर स्थित सबसे खास जगह है यहाँ पर आपको 100 से ज्यादा बड़ी बड़ी गुफाये मिलती है जो देखने में बहुत ही शानदार है |
उद्यान के अंदर मौजूद प्राचीन मंदिरों में जाकर आध्यात्मिक सुख का अनुभव करें|
परिवार के लिए मज़ा:
- टॉय ट्रेन की सवारी कर बच्चों का मनोरंजन करें।
- वैद्यनाथ वाटिका में औषधीय पौधों के बारे में जानें।
- यहाँ बैठने और घूमने के लिए बहुत से पार्क बने हुए है |
- बच्चो के खेलने के लिए पर्याप्त मैदान है |
- पार्क के बीचोबीच से नदी निकलती है जिस पर बोट राइडिंग का आनंद लीजिये |
याद रखें:
- पार्क सुबह 7:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक खुला रहता है।
- प्रवेश शुल्क बहुत कम है।
- पार्क के अंदर प्लास्टिक का इस्तेमाल प्रतिबंधित है।
- जंगली जानवरों से दूरी बनाए रखें और उनका सम्मान करें।
नेहरू तारामंडल: तारों का जादू मुंबई में!
नेहरू तारामंडल विज्ञान प्रेमियों और अंतरिक्ष के रहस्यों को जानने के इच्छुक लोगों के लिए एक बेहतरीन जगह है। यह तारामंडल भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की स्मृति में बनाया गया था। यह मुंबई के वर्ली इलाके में स्थित है, जो छत्रपति शिवाजी टर्मिनस से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर है।
![Nehru Planetarium Mumbai](http://visithindi.com/wp-content/uploads/2024/02/Nehru-Planetarium-Mumbai-1024x576.webp)
बच्चों को विज्ञान से परिचित कराने तथा भौगोलिक घटनाओं से रू-बरू कराने के लिए नेहरू तारामंडल मुंबई में घूमने की जगह में से एक बेहतरीन जगह है |
क्या खास है?
- तारामंडल का मुख्य आकर्षण इसका गुंबद के आकार का थिएटर है, जहां आकाशगंगा और ब्रह्मांड के रहस्यों को रोचक तरीके से दिखाया जाता है।
- यहां विभिन्न भाषाओं में खगोलीय पिंडों, तारामंडलों और आकाश की घटनाओं के बारे में शो आयोजित किए जाते हैं।
- तारामंडल में एक विज्ञान पुस्तकालय भी है, जहां खगोल विज्ञान और अंतरिक्ष से संबंधित पुस्तकें और पत्रिकाएं उपलब्ध हैं।
- इसके अलावा, यहां एक मोबाइल विज्ञान प्रदर्शनी इकाई, हैरीटेज हॉल, ऑडिटोरियम और बच्चों के लिए साइंस पार्क भी है।
कब जाएं?
नेहरू तारामंडल साल भर खुला रहता है। हालांकि, शो का समय बदलता रहता है, इसलिए जाने से पहले समय सारिणी देखना उचित होता है। आमतौर पर, शो सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे के बीच आयोजित किए जाते हैं।
कैसे पहुंचें?
नेहरू तारामंडल तक सार्वजनिक परिवहन या निजी वाहन से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
- सार्वजनिक परिवहन: निकटतम रेलवे स्टेशन वर्ली है, जो तारामंडल से लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर है। आप बस या टैक्सी द्वारा भी तारामंडल तक पहुंच सकते हैं।
- निजी वाहन: तारामंडल के पास पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है।
प्रवेश शुल्क:
नेहरू तारामंडल में प्रवेश शुल्क ₹150 है |( It may different)
Website – https://www.nehrucentremumbai.in/
मरीन ड्राइव की सैर –
मुंबई की खूबसूरती का दीदार करने का एक शानदार तरीका है मरीन ड्राइव पर घूमना। यह 3 किलोमीटर लंबा, छह लेन वाला सी-फेसिंग प्रोमेनेड है, जिसे “क्वीन का हार” भी कहा जाता है। रात में, स्ट्रीट लाइट्स के कारण यह हार हीरों की तरह जगमगाती है। तो चलिए, एक टूरिस्ट की तरह मरीन ड्राइव का सफर करते हैं:
![marine Drive mumbai](http://visithindi.com/wp-content/uploads/2024/02/marine-Drive-mumabi-1024x576.webp)
कहां है?
मरीन ड्राइव, दक्षिण मुंबई में गिराऊ चौपाटी से लेकर मालाबार हिल तक लगभग 3 किलोमीटर लंबा है। आप नेताजी सुभाष चंद्र बोस रोड के नाम से भी इसे जान सकते हैं।
क्या खास है?
- समुद्र किनारे का रोमांटिक सैरगाह: शाम के वक्त, जब शहर की रोशनी समुद्र में झिलमिलाती है, तो मरीन ड्राइव का नज़ारा किसी सपने से कम नहीं लगता। इसे “क्वीन’स नेकलेस” भी कहा जाता है, क्योंकि रात में स्ट्रीट लाइट्स मोतियों की माला की तरह चमकती हैं।
- आरामदायक टहलने का मज़ा: समुद्र की हवा का मज़ा लेते हुए आप पैदल चल सकते हैं। रास्ते में मिलने वाले समुद्र तटों, पार्कों और खाने-पीने की दुकानों का लुत्फ उठाएं।
- कला और संस्कृति का संगम: रास्ते में कई कलाकार, चित्रकार और मूर्तिकार अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं। आप उनसे बातचीत कर सकते हैं या उनकी कलाकृतियां खरीद सकते हैं।
- ऐतिहासिक स्थलों के पास: गेटवे ऑफ इंडिया, छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय और मालाबार हिल जैसे प्रमुख ऐतिहासिक स्थल मरीन ड्राइव के आस-पास ही हैं।
- कपल के लिए ये जगह की जन्नत से कम नहीं है |
क्या करें:
- साइकिल किराए पर लेकर पूरे रास्ते को साइकिल चलाकर तय करें।
- खाने-पीने का मज़ा लें – मरीन ड्राइव के किनारे कई कैफे और रेस्तरां हैं, जहाँ आप स्वादिष्ट भोजन का लुत्फ उठा सकते हैं।
- घोड़े की सवारी का मज़ा लें।
- फेरी का सफर करके अरब सागर की खूबसूरती का दीदार करें।
सिद्धिविनायक मंदिर –
मुंबई में भगवान गणेश के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक, सिद्धिविनायक मंदिर, आपकी यात्रा को आध्यात्मिक स्पर्श देने के लिए एक ज़रूरी जगह है। चाहे आप धार्मिक हों या नहीं, इस मंदिर का शांत वातावरण और सदियों पुराना इतिहास आपको मंत्रमुग्ध कर देगा। मुंबई में घूमने की जगह की लिस्ट में सिद्धिविनायक मंदिर एक बहुत ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है यहाँ हमेशा हजारों की संख्या में श्रद्धालू आते है|
क्या खास है?
- मनचाहे वरदान: प्रचलित मान्यता है कि यहां भगवान गणेश से प्रार्थना करने से मनचाहे वरदान मिलते हैं। इसलिए आपको हर तरह के श्रद्धालु यहां मन्नतें मांगते हुए मिलेंगे।
- मूर्ति की विशिष्टता: मंदिर के गर्भगृह में स्थापित भगवान गणेश की 2 फुट ऊंची काली पत्थर की मूर्ति बहुत ही खास है। माना जाता है कि इसकी स्थापना 1801 में लक्ष्मण विठू नामक व्यक्ति ने की थी।
- वास्तुशिल्प की खूबसूरती: मंदिर की वास्तुकला का अपना ही आकर्षण है। सफेद संगमरमर से बना, गुंबद के आकार का मंदिर आपको शांति का अनुभव कराएगा।
- उत्सव का माहौल: गणेश चतुर्थी के दौरान मंदिर को खास सजावट से सजाया जाता है और भक्तों का भारी तांता लगता है।
कहां स्थित है?
सिद्धिविनायक मंदिर दक्षिण मुंबई के प्रभादेवी इलाके में स्थित है। आप यहां टैक्सी, रिक्शा, या लोकल ट्रेन (डादर स्टेशन निकटतम है) से पहुँच सकते हैं।
ग्लोबल विपश्यना पगोड़ा –
मुंबई में घूमने की जगह में एक और बेहतरीन जगह है शामिल है जिसका नाम है ग्लोबल विपस्सना पगोडा अरब सागर का नजारा और इसकी सुंदरताही बनती है इसकासुनहरा कलर यहां की सुंदरता में चार चांद लगता है |यह विशाल गुंबदनुमा ध्यान हॉल दुनिया में सबसे बड़े ध्यान केंद्रों में से एक है।
![Global Vipassana Pagoda , mumbai](http://visithindi.com/wp-content/uploads/2024/02/Global-Vipassana-Pagoda-mumbai-1024x576.webp)
इसका उद्देश्य विपश्यना ध्यान की प्राचीन भारतीय परंपरा को साझा करना और बढ़ावा देना है, जो तनाव और चिंता को कम करने और आंतरिक शांति प्राप्त करने में मदद करता है। ग्लोबल विपश्यना पगोड़ा दुनिया का सबसे बड़ा गुंबद ध्यान हॉल में से एक है, जो लगभग 8,000 ध्यानियों को समायोजित कर सकता है।
क्या खास है?
- अद्वितीय वास्तुकला: पगोड़ा बर्मी शैली की वास्तुकला का एक शानदार उदाहरण है, जिसमें सुनहरे गुंबद और जटिल नक्काशी शामिल हैं।
- विपश्यना ध्यान का अनुभव: पगोड़ा विपश्यना ध्यान की प्राचीन भारतीय परंपरा को बढ़ावा देता है, जो तनाव और अशांति को दूर करने के लिए जानी जाती है। आप मुफ्त में दैनिक ध्यान सत्रों में भाग ले सकते हैं या लंबे ध्यान पाठ्यक्रमों में नामांकन कर सकते हैं।
- शांतिपूर्ण माहौल: पगोड़ा शांत और शांत वातावरण प्रदान करता है, जो आंतरिक शांति और आत्मचिंतन के लिए आदर्श है।
- मनोरम दृश्य: पगोड़ा अरब सागर के मनोरम दृश्य प्रस्तुत करता है, जो इसकी शांतिपूर्ण सुंदरता में इजाफा करता है।
स्थान: ग्लोबल विपश्यना पगोड़ा मुंबई के बाहरी इलाके गोराई में स्थित है। यह छत्रपति शिवाजी टर्मिनस रेलवे स्टेशन से लगभग 40 किलोमीटर दूर है।
कैसे पहुंचें?
- ट्रेन: निकटतम रेलवे स्टेशन बोरीवली है, जो पगोड़ा से लगभग 6 किमी दूर है। आप वहां से टैक्सी या रिक्शा ले सकते हैं।
- बस: कई बसें हैं जो गोराई जाती हैं। आप बस स्टॉप खोजने के लिए Google Maps का उपयोग कर सकते हैं।
- टैक्सी/रिक्शा: आप शहर के किसी भी हिस्से से टैक्सी या रिक्शा लेकर पगोड़ा तक पहुंच सकते हैं।
हाजी अली दरगाह
मुंबई की यात्रा अधूरी है बिना हाजी अली दरगाह के दर्शन के। यह आकर्षक मस्जिद और दरगाह, सूफी संत हाजी अली शाह बुखारी की समाधि को समेटे हुए, बीच समुद्र में एक टापू पर स्थित है। यह स्थान धार्मिक महत्व के साथ-साथ अपने अनोखे लोकेशन और शानदार वास्तुकला के लिए भी प्रसिद्ध है।
जाति धर्म के बंधन से पड़े यह स्थान बहुत ही सुंदर और शांत हैयहां पर आपको सभी धर्म के लोग मिल जाएंगेयह धार्मिक स्थान के साथ-साथ एक टूरिस्ट स्पॉट भी है| तो चलिए जानते हैं इस खास जगह के बारे में:
क्या देखें:
- सफेद संगमरमर से बना दरगाह: इंडो-इस्लामिक वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण, यह दरगाह अपने सफेद संगमरमर के बाहरी हिस्से और सुंदर गुंबद से ध्यान खींचती है।
- ज्वारभाटा का जादू: समुद्र के बीच स्थित होने के कारण, उच्च ज्वार के दौरान दरगाह तक पहुंचने के लिए एक लगभग 500 मीटर लंबा क़िस्सा (पैदल चलने वाला रास्ता) पार करना पड़ता है। यह अनुभव ही अपने आप में रोमांचक है।
- शांत माहौल: दरगाह के अंदर का वातावरण शांत और आध्यात्मिक है। प्रार्थना करने वाले और पर्यटक सौहार्दपूर्वक इस शांति का अनुभव करते हैं।
- खूबसूरत नज़ारे: दरगाह से अरब सागर का मनमोहक दृश्य दिखाई देता है। सूर्यास्त का नज़ारा तो यहां और भी खास होता है।
स्थान:
हाजी अली दरगाह, वरली, दक्षिण मुंबई में स्थित है। निकटतम रेलवे स्टेशन चर्चगेट या महालक्ष्मी है। आप वहां से टैक्सी या रिक्शा से दरगाह तक पहुंच सकते हैं।
वीरमाता जीजाबाई भोसले चिड़िया–
वीर माता जीजाबाई भोसले चिड़ियाखाना, जिसे पहले विक्टोरिया गार्डन चिड़ियाखाना के नाम से जाना जाता था, भारत के सबसे पुराने चिड़ियाघरों में से एक है। इसकी स्थापना 1861 में हुई थी और यह लगभग 53 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है। यह शहर के मध्य में स्थित है, जिससे यह पर्यटकों के लिए आसानी से सुलभ है।
चिड़ियाखाने में क्या देखें
चिड़ियाखाना विभिन्न प्रकार के जानवरों का घर है, जिनमें स्तनधारी, पक्षी, सरीसृप और उभयचर शामिल हैं। कुछ मुख्य आकर्षणों में शामिल हैं:
चिड़ियाघर विभिन्न प्रकार के स्तनधारियों, पक्षियों, सरीसृपों और उभयचरों का घर है, जिनमें शेर, बाघ, हाथी, जिराफ, हिरण, मगरमच्छ, सांप, मछली और बहुत कुछ शामिल हैं। चिड़ियाघर में एक पेंगुइन हाउस, एक रेप्टाइल हाउस और एक वॉक-थ्रू एवियरी भी है, जहां आप जानवरों को करीब से देख सकते हैं।
वीर माता जीजाबाई भोसले चिड़ियाघर का स्थान:
वीर माता जीजाबाई भोसले चिड़ियाघर मुंबई के दक्षिणी भाग में वर्ली में स्थित है। यह रानी झांसी रोड पर स्थित है, जो महालक्ष्मी स्टेशन से लगभग 3 किलोमीटर दूर है। आप चिड़ियाघर तक टैक्सी, रिक्शा या बस द्वारा पहुँच सकते हैं। निकटतम बस स्टॉप किंग्स सर्कल बस स्टॉप है।
चिड़ियाघर के खुलने का समय:
चिड़ियाघर सुबह 9:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक खुला रहता है। यह सोमवार को बंद रहता है।
प्रवेश शुल्क:
चिड़ियाघर में प्रवेश 50 Rupees है।
छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय –
किसी भी शहर के इतिहास औरभूगोल की पहचान उसकी प्राचीन वस्तुओं और संस्कृति से होती है यदि आप भी मुंबई में इतिहास और कला का सफर करना चाहते हैं, और मुंबई शहर के विषय में जानना चाहते हैं तो छत्रपति शिवाजी महाराज वास्तु संग्रहालय (CSMVS) से बेहतर कोई ठिकाना नहीं। ये भव्य संग्रहालय आपको अतीत की यात्रा पर ले जाएगा, जहाँ सिंधु घाटी सभ्यता की मूर्तियों से लेकर औपनिवेशिक काल के चित्रों तक, सबकुछ देखने को मिलेगा।
![Chhatrapati Shivaji Maharaj Memorial Mumbai](http://visithindi.com/wp-content/uploads/2024/02/Chhatrapati-Shivaji-Maharaj-Memorial-Mumbai-1024x576.webp)
कहां है?
यह संग्रहालय दक्षिण मुंबई के दिल में, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (CST) के ठीक बगल में स्थित है। आप टैक्सी, रिक्शा, बस या यहां तक कि ट्रेन से आसानी से पहुंच सकते हैं। निकटतम मेट्रो स्टेशन सीएसटी है।
क्या देखें?
- प्रागैतिहासिक और पुरातात्विक प्रदर्शनी: सिंधु घाटी सभ्यता की आर्टिफैक्ट्स, मौर्य और गुप्त राजवंशों की मूर्तियां, साथ ही पश्चिमी भारत के इतिहास की झलकियां प्राप्त करें।
- कला दीर्घाएं: भारतीय चित्रों, मूर्तियों और शिल्पकला का शानदार संग्रह जिसमें मुगल और मराठा काल की कलाकृतियां भी शामिल हैं।
- विदेशी वस्तुएं: मिस्र, यूरोप और चीन से लाई गई दुर्लभ वस्तुओं का संग्रह।
- इंडो-सरैसेनिक वास्तुकला: संग्रहालय की इमारत खुद एक कलाकृति है, जिसका निर्माण इंडो-सरैसेनिक शैली में किया गया है।
एलीफैंटा की गुफाएँ –
मुंबई से दूर एक शांत द्वीप पर बसीं एलीफैंटा की गुफाएँ आपको इतिहास और कला के सफर पर ले जाती हैं। अगर आप पुराण कथाओं के रोमांच और वास्तुकला के चमत्कारों में रुचि रखते हैं, तो यह जगह आपके लिए बिल्कुल सही है! यहां आने के लिए आपको नाव का सहारा लेना पड़ता है, गेटवे ऑफ इंडिया से आप आसानी से नाव बुक करके आप यहां पर आइये आपको यहाँ हजारों पर्यटक मिलते है |
क्या देखें:
- 7वीं से 8वीं शताब्दी की हिंदू और बौद्ध गुफाएं: ये 7 गुफाएं शिव को समर्पित हैं और दीवारों पर मूर्तियों और नक्काशियों से सुशोभित हैं। कैलाश गुफा सबसे बड़ी और सबसे प्रभावशाली है, जिसमें शिव की तीन रूपों में मूर्तियां हैं।
- इतिहास की कहानियां: गुफाओं की मूर्तियां हिंदू पौराणिक कथाओं के दृश्यों को दर्शाती हैं, जैसे कि शिव-पार्वती की विवाह कथा और रावण से युद्ध।
- शांत वातावरण: द्वीप का शांत वातावरण गुफाओं के रहस्यमय सौंदर्य को और बढ़ा देता है।
क्या करें:
- गुफाओं का भ्रमण: एक गाइड को साथ लेकर गुफाओं के इतिहास और कला के बारे में विस्तार से जानें।
- नौका यात्रा का आनंद लें: मुंबई की तटरेखा और अरब सागर के शानदार नज़ारों का मज़ा लें।
- फोटो खिंचाएं: गुफाओं की अद्भुत मूर्तियों और नक्काशियों की यादें अपने कैमरे में कैद करें।
- द्वीप पर घूमें: शांत वातावरण का आनंद लें और समुद्र तट पर आराम करें।
याद रखें:
- गुफाओं तक पहुंचने के लिए नौका टिकट की आवश्यकता होती है।
- आरामदायक जूते पहनें क्योंकि आपको काफी चलना पड़ सकता है।
- गुफाओं में पानी की बोतल और हल्का नाश्ता ले जाएं।
- गुफाओं में शोर न करें और दीवारों को न छुएं।
- यहाँ पर नेटवर्क प्रॉब्लम होता है इसलिए कैश जरूर कैरी करें |
कहां हैं:
एलीफैंटा गुफाएं गेटवे ऑफ इंडिया से लगभग 9 किमी दूर, एलीफैंटा द्वीप पर स्थित हैं। आप गेटवे ऑफ इंडिया से नौका लेकर वहां पहुंच सकते हैं।
एलीफैंटा की गुफाएं मुंबई में एक अनूठा अनुभव प्रदान करती हैं। इतिहास, कला और प्रकृति के संगम को देखने के लिए जरूर जाएं!
हैंगिंग गार्डन्स
मुंबई को सिर्फ समुद्र तटों और चहल-पहल के लिए नहीं जाना जाता, बल्कि हरे-भरे नज़ारों के लिए भी मशहूर है। इनमें से एक खास है हैंगिंग गार्डन्स, जो पर्यटकों को आश्चर्यचकित और मंत्रमुग्ध कर देता है। हैंगिंग गार्डन कमला नेहरू पार्क के ठीक सामने स्थित हैं। यहां से अरब सागर का विशाल विस्तार दिखाई देता है और मुंबई स्काईलाइन का भव्य नजारा भी देखने को मिलता है।
कहां है?
हैंगिंग गार्डन्स मुंबई के दक्षिणी छोर पर मालाबार हिल पर स्थित है। आप यहां टैक्सी या बस से आसानी से पहुंच सकते हैं। निकटतम रेलवे स्टेशन छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) है, वहां से टैक्सी लेकर जाना पड़ता है।
क्या खास है?
हैंगिंग गार्डन्स वास्तव में टेरेस गार्डन हैं, यानी खड़ी पहाड़ी पर बनी सीढ़ीदार बग़ीचे। ये विभिन्न प्रकार के पौधों, फूलों, पेड़ों से सजे हैं और हवा में तैरते बगीचों का आभास देते हैं। यहां की खासियत है:
- सीढ़ीदार संरचना: पहाड़ी पर 9 चरणों में बनी सीढ़ियों पर खूबसूरत पौधे लगे हैं, जो किसी हरे झरने जैसा नज़ारा बनाते हैं।
- मनोरम दृश्य: गार्डन के सबसे ऊपरी चरण से आप मुंबई शहर का विहंगम दृश्य देख सकते हैं, जो वाकई लुभावना है।
- शांत वातावरण: शहर के शोर-शराबे से दूर, यह गार्डन आपको शांति और ताजगी का अनुभव देगा।
- विविध वनस्पति: यहां पाए जाने वाले फूलों, पौधों और पेड़ों की अनेक किस्में आपकी जिज्ञासा को जगाएंगी।
याद रखें:
- गार्डन बुधवार को बंद रहता है।
- प्रवेश शुल्क मामूली है।
- सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं, इसलिए आरामदायक जूते पहनकर जाएं।
- पानी की बोतल और कैप साथ रखें।
मुंबई की यात्रा में अगर आप थोड़ी ताजगी और सुकून चाहते हैं, तो हैंगिंग गार्डन्स ज़रूर जाएं। यह शहर के हलचल भरे माहौल से कुछ अलग अनुभव देगा।
वर्सोवा बीच –
मुंबई की हलचल थोड़ी थकान दे गई है? चिंता न करें, वर्सोवा बीच आपको सुकून देने के लिए तैयार है! यह शहर के उत्तर-पश्चिमी भाग में स्थित एक शांत और साफ-सुथरा समुद्र तट है, जो पर्यटकों और स्थानीय लोगों को समान रूप से आकर्षित करता है। तो चलिए, इसकी खासियतों के बारे में जानते हैं:
क्यों आएं वर्सोवा बीच?
- शांत माहौल: जुहू या चौपाटी की तुलना में यहां कम भीड़ होती है, इसलिए सुकून से बैठकर लहरों की आवाज का मज़ा ले सकते हैं।
- स्वच्छ रेत: साफ-सुथरी सुनहरी रेत पर नंगे पाँव टहलें और सूरज की गर्मी को महसूस करें।
- मनोरंजन के विकल्प: समुद्र तट के किनारे घुड़सवारी, मोटरबाइक की सवारी या पैरासेलिंग का रोमांच अनुभव करें।
- स्वादिष्ट भोजन: आसपास के रेस्तरां और स्टॉल से कई तरह के व्यंजनों का लुत्फ उठाएं।
- शॉपिंग: स्मृति चिन्ह, कपड़े और अन्य सामान के लिए दुकानों में घूमें।
स्थान:
वर्सोवा बीच मुंबई के अंधेरी (पश्चिम) उपनगर में स्थित है। निकटतम रेलवे स्टेशन अंधेरी है, जहां से आप टैक्सी, रिक्शा या बस लेकर तट तक पहुंच सकते हैं।
याद रखें:
- समुद्र तट को साफ रखने में अपना योगदान दें, कचरा डिब्बे में ही डालें।
- सामान का ध्यान रखें और भीड़भाड़ वाले इलाकों में सावधानी बरतें।
- शाम को आते हैं तो हवा ठंडी हो सकती है, हल्का गर्म कपड़ा साथ रखें।
अक्सा बीच: शांत लहरों और रोमांच का मिश्रण!
मुंबई की उमस से दूर शांत लहरों का मज़ा लेना चाहते हैं? तो ज़रूर घूमिए अक्सा बीच पर! यहाँ तनाव भूलकर प्रकृति का आनंद उठाएँ और रोमांचक गतिविधियों में हिस्सा लें।
कहां है?
अक्सा बीच मुंबई के उपनगरीय इलाके मालवणी में स्थित है। यह जुहू बीच से थोड़ी ही दूर है, लेकिन भीड़भाड़ से दूर सुकून का अनुभव देती है।
क्या खास है?
- शांत वातावरण: जुहू की तुलना में कम भीड़भाड़ होने के कारण यहां शांत वातावरण मिलता है। नरम रेत पर नंगे पाँव टहलें और लहरों की आवाज़ में खो जाएं।
- स्वादिष्ट समुद्री भोजन: समुद्र तट के किनारे कई छोटे रेस्तरां और स्टॉल हैं, जहां ताज़ा और स्वादिष्ट समुद्री भोजन का लुत्फ उठा सकते हैं।
- रोमांचक गतिविधियाँ: जेट स्कीइंग, पैरासेलिंग, और वाटर स्कूटर राइडिंग जैसी गतिविधियों का मज़ा लें। बच्चों के लिए भी झूले और खेलने का सामान उपलब्ध है।
- सुंदर सूर्यास्त: समुद्र तट पर बैठकर सूर्यास्त के जादुई रंगों का दीदार करें।
- सफाई और रखरखाव: यह समुद्र तट साफ-सुथरा और अच्छी तरह से बनाए रखा गया है।
याद रखें:
- तैरने से पहले लाइफगार्ड के निर्देशों का पालन करें।
- सामान का ध्यान रखें और भीड़भाड़ वाले इलाकों में सावधानी बरतें।
- प्लास्टिक का प्रयोग न करें और समुद्र तट को साफ रखें।
मड आइलैंड –
मुंबई में छुट्टियां मना रहे हैं और कुछ अनोखा तलाश रहे हैं? तो मड आइलैंड आपके लिए एकदम सही जगह है! यह द्वीप, जो पहले एक छोटा मछली पकड़ने वाला गांव हुआ करता था, अब एक खूबसूरत रिसॉर्ट में तब्दील हो चुका है। यहां लक्ज़री होटलों से लेकर आरामदायक बंगलों तक, रोमांचक वाटर स्पोर्ट्स से लेकर शांत बीचों तक, हर किसी के लिए कुछ न कुछ है|
स्थिति: मड आइलैंड महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में, अलिबाग के पास स्थित है। मुंबई से इसकी दूरी लगभग 85 किलोमीटर है।
क्या है खास:
- प्रकृति से जुड़ाव: यहां घने जंगल, ऊंचे नारियल के पेड़ और साफ-सुथरे समुद्र तट का आनंद उठाएं। प्रकृति प्रेमियों के लिए यह स्वर्ग है।
- लक्ज़री रिज़ॉर्ट: मड आइलैंड पर स्थित लग्ज़री रिज़ॉर्ट आपको आराम और विलासिता से भरपूर ठहरने का अनुभव कराएगा।
- वाटर स्पोर्ट्स: पैरासेलिंग, जेट स्कीइंग, केनोइंग जैसे वाटर स्पोर्ट्स का रोमांच अनुभव करें।
- डॉल्फिन देखना: भाग्यशाली हों तो नाव की सवारी के दौरान डॉल्फिन को भी देख सकते हैं।
- आयुर्वेदिक स्पा: आयुर्वेदिक स्पा उपचारों से तनाव दूर करें और शरीर को तरोताज़ा महसूस करें।
याद रखें:
- यह द्वीप केवल निजी नाव या फेरी से ही पहुंचा जा सकता है।
- रिज़ॉर्ट में पहले से बुकिंग कराना ज़रूरी है।
- समुद्र तट पर घूमते समय जूतों का इस्तेमाल करें।
अगर आप प्रकृति की गोद में विलासिता का अनुभव करना चाहते हैं, तो मड आइलैंड ज़रूर जाएं। यह मुंबई की यात्रा को और भी यादगार बना देगा !
मुंबई की धरोहर: माउंट मैरी चर्च का अनोखा सौंदर्य!
मुंबई की हलचल के बीच शांति और खूबसूरती की तलाश है? तो माउंट मैरी चर्च आपके लिए एकदम सही जगह है। बांद्रा में एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित, यह चर्च 1646 में बनाया गया था और पुर्तगाली शासनकाल की वास्तुकला का एक शानदार उदाहरण है।
इतिहास और वास्तुकला:
- 1646 में निर्मित, यह मुंबई के सबसे पुराने चर्चों में से एक है।
- पुर्तगाली वास्तुकला शैली का शानदार उदाहरण, जिसकी सफेद दीवारें, ऊंची घंटी टावर और नक्काशीदार खिड़कियाँ आपको मंत्रमुग्ध कर देंगी।
- चर्च पहाड़ी की चोटी पर स्थित है, जहां से अरब सागर का मनोरम दृश्य आंखों को सुकून देता है।
क्या देखें:
- अल्टारपीस: चर्च के अंदर लकड़ी से बनी बेहद खूबसूरत और ऐतिहासिक अल्टारपीस देखने लायक है।
- विशेष आयोजन: दिसंबर में क्रिसमस की धूम और जनवरी में मांट फेस्ट का आयोजन यहां की खासियत है।
- शांतिपूर्ण माहौल: प्रार्थना या शांत मन से बैठने के लिए यह चर्च एक आदर्श स्थान है।
- समुद्र किनारे की सैर: चर्च के पास ही बांद्रा स्टैंड है, जहां समुद्र किनारे टहल कर सुकून पा सकते हैं।
कहां है माउंट मैरी चर्च:
- स्थान: बांद्रा, मुंबई।
- निकटतम रेलवे स्टेशन: बांद्रा रेलवे स्टेशन।
- टैक्सी/रिक्शा से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
याद रखें:
- प्रवेश निःशुल्क है, लेकिन दान का स्वागत है।
- चर्च में उचित पोशाक पहनकर जाएं।
- शांति बनाए रखें।
तो घूमने की सूची में जरूर शामिल करें माउंट मैरी चर्च। अतीत की कहानियों को अपने में समेटे यह चर्च आपको एक शानदार अनुभव देगा!
बांद्रा-वर्ली सी लिंक: मुंबई का समुद्री राजमार्ग !
मुंबई की खूबसूरती सिर्फ ज़मीन पर ही नहीं, समुद्र पर भी बिखरी है। इसका प्रमाण है बांद्रा-वर्ली सी लिंक (बीकेसी), जो न सिर्फ आपको एक जगह से दूसरी जगह ले जाता है, बल्कि एक शानदार सफर भी कराता है। यह मुंबई में घूमने के लिए एक बेहतरीन जगह है|
![Bandra Worli Sea Link mumbai](http://visithindi.com/wp-content/uploads/2024/02/Bandra-Worli-Sea-Link-mumbai-1024x576.webp)
क्या है खास:
- 8 लेन का यह केबल-स्टेड पुल बांद्रा और वर्ली को जोड़ता है, जिससे ट्रैफिक जाम कम हुआ और यात्रा समय बचा।
- पुल की लंबाई 5.6 किलोमीटर है और रात में इसकी खूबसूरत रोशनी देखते ही बनती है।
- पुल से अरब सागर का शानदार नज़ारा दिखता है, खासकर सूर्यास्त और शाम के समय।
- पुल के नीचे समुद्र तट है, जहां आप घूम-फिर सकते हैं, नाव की सवारी का आनंद ले सकते हैं या रेस्तरां में बैठकर समुद्र का मज़ा ले सकते हैं।
कहां है:
बीकेसी शहर के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में बांद्रा और वर्ली को जोड़ता है। आप यहां कार, टैक्सी या रिक्शा से आसानी से पहुंच सकते हैं। निकटतम ट्रेन स्टेशन बांद्रा और वर्ली हैं।
क्या करें:
- कार से पुल पार करें और समुद्र के नज़ारों का मज़ा लें।
- पुल के नीचे के क्षेत्र में घूम-फिरकर वहां की रौनक को महसूस करें।
- नाव की सवारी करके पुल को करीब से देखें।
- पास के रेस्तरां में बैठकर स्वादिष्ट भोजन का लुत्फ उठाएं।
याद रखें:
- पुल पर केवल वाहनों को ही अनुमति है, पैदल चलना प्रतिबंधित है।
- फोटो खींचने के लिए सुरक्षित जगह का ही इस्तेमाल करें।
- ट्रैफिक नियमों का पालन करें।
बीकेसी सिर्फ एक पुल नहीं, बल्कि मुंबई के आधुनिक विकास का प्रतीक है। तो अपने मुंबई दर्शन में इसे ज़रूर शामिल करें!
पोवई झील –
मुंबई में घूमने की जगह में एक और बहुत ही सुन्दर जगह है पोवाई झील , यहाँ का नजारा देखते ही बनता है | मुंबई की व्यस्त हलचल से दूर, अगर आप प्रकृति की गोद में कुछ शांत पल बिताना चाहते हैं, तो पोवई झील आपके लिए एकदम सही जगह है। यह मुंबई के उत्तरी उपनगरीय इलाके में स्थित एक मीठे पानी की झील है, जो अपनी शांत सुंदरता और मनोरम दृश्यों के लिए जानी जाती है।
स्थान: पोवई झील मुंबई सेंट्रल से लगभग 20 किलोमीटर और छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर है। आप टैक्सी या रिक्शा से आसानी से वहां पहुंच सकते हैं। निकटतम मेट्रो स्टेशन अंधेरी है, वहां से आप ऑटोरिक्शा ले सकते हैं।
आकर्षण: झील के शांत जल पर बोटिंग करके प्रकृति की सुंदरता का आनंद उठाएं। किनारे पर टहलें और ताजी हवा में सांस लें। झील के आसपास घने पेड़-पौधे हैं, जो पक्षी प्रेमियों के लिए स्वर्ग हैं। आप यहां कई तरह के प्रवासी पक्षियों को देख सकते हैं। झील के पास ही हिरानंदानी गार्डन नामक एक सुंदर उद्यान भी है, जहां आप घूम सकते हैं और पिकनिक का मजा ले सकते हैं।
अन्य गतिविधियाँ: आप झील के पास स्थित आईआईटी बॉम्बे की परिसर की खूबसूरती का भी आनंद ले सकते हैं। पास ही नेहरू साइंस सेंटर है, जो बच्चों के लिए खास आकर्षण का केंद्र है। यदि आप रोमांच पसंद करते हैं, तो आप यहां पैराग्लाइडिंग का भी अनुभव ले सकते हैं।
रोचक तथ्य: पोवई झील 12 मीटर तक गहरी है और इसका जलग्रहण क्षेत्र लगभग 6.61 वर्ग किलोमीटर है। यह झील न केवल एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, बल्कि मुंबई शहर को पानी और बिजली भी प्रदान करती है।
मुंबई की रंगीन दुनिया का झरोखा: फिल्म सिटी!
फिल्म सिटी, मुंबई के ग्लैमर और जादू की झलक पाने का एक शानदार मौका है! यह भारत का सबसे बड़ा फिल्म स्टूडियो परिसर है, जहाँ आप बॉलीवुड के सेट्स, स्टूडियो और फिल्म निर्माण की प्रक्रिया को करीब से देख सकते हैं.
![Film City Mumbai](http://visithindi.com/wp-content/uploads/2024/02/Film-City-Mumbai-1024x576.webp)
स्थान: फिल्म सिटी गोरेगाँव (Goregaon) के उपनगरीय इलाके में स्थित है, जो छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (CST) से लगभग 30 किलोमीटर दूर है. आप टैक्सी या रिक्शा लेकर आसानी से वहां पहुंच सकते हैं.
क्या देखें: फिल्म सिटी में घूमने के लिए कई विकल्प हैं:
- स्टूडियो टूर: विभिन्न स्टूडियो का भ्रमण करें और देखें कि फ़िल्में कैसे बनती हैं. मशहूर सेट्स और स्टेज की झलक पाएं.
- इंडोर लोकेशन: इनडोर सेट्स, जैसे कि महल, मंदिर या विदेशी लोकेशंस के नकली रूप देखें.
- आउटडोर लोकेशन: पहाड़, झील और जंगल जैसे आउटडोर सेट्स का आनंद लें. कुछ लोकप्रिय आउटडोर लोकेशंस में अंडरवाटर स्टूडियो और मिनी हॉलीवुड शामिल हैं.
- म्यूजियम: फिल्म संग्रहालय में फिल्म निर्माण के इतिहास और प्रक्रिया के बारे में जानें. यहां पुरानी फिल्मों के पोस्टर, कैमरे और अन्य उपकरण प्रदर्शित हैं.
ध्यान दें: फिल्म सिटी आम तौर पर जनता के लिए खुला नहीं रहता है. प्रवेश के लिए आपको पहले से परमिट या टूर पैकेज बुक करना होगा. आप ऑनलाइन भी टिकट बुक कर सकते हैं.
क्या आप फिल्मों के दीवाने हैं? तो फिल्म सिटी आपके लिए एक सपनों का शहर है!
कुछ अतिरिक्त सुझाव:
- आरामदायक जूते पहनें क्योंकि आपको काफी घूमना पड़ सकता है.
- पानी की बोतल और टोपी साथ ले जाएं.
- कैमरा ले जाना न भूलें!
महालक्ष्मी मंदिर –
मुंबई की धड़कन और समृद्धि का प्रतीक, महालक्ष्मी मंदिर शहर के सबसे प्रतिष्ठित धार्मिक स्थलों में से एक है। यह मंदिर देवी लक्ष्मी, धन और समृद्धि की हिंदू देवी को समर्पित है, और स्थानीय लोगों और पर्यटकों दोनों के बीच अत्यधिक श्रद्धा रखता है।
स्थान: महालक्ष्मी मंदिर दक्षिण मुंबई के भव्य भूलभूलैया क्षेत्र में स्थित है, जो छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) रेलवे स्टेशन से थोड़ी ही दूरी पर है। आप मंदिर तक टैक्सी, रिक्शा या सीएसटी से लोकप्रिय ट्रेन सेवाओं का उपयोग करके आसानी से पहुंच सकते हैं।
मंदिर का महत्व: मंदिर 1831 में बनाया गया था और माना जाता है कि यह शुभ है और समृद्धि लाता है। कई श्रद्धालु यहां व्यापारिक उद्यम शुरू करने या किसी महत्वपूर्ण कार्यक्रम से पहले देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद लेने आते हैं।
मंदिर का सौंदर्य: मंदिर की वास्तुकला भारतीय और गुजराती शैली का एक सुंदर मिश्रण है। लाल बलुआ पत्थर से निर्मित, मंदिर की जटिल नक्काशी और सुंदर मूर्तियां आगंतुकों को मंत्रमुग्ध कर देती हैं। मंदिर परिसर में एक शांत झील भी है, जो माहौल में शांति का स्पर्श जोड़ती है।
पर्यटकों के लिए अनुभव: चाहे आप धार्मिक आस्था रखते हों या सिर्फ मुंबई की संस्कृति का अनुभव करना चाहते हों, महालक्ष्मी मंदिर देखने लायक जगह है। मंदिर का शांत वातावरण, सुंदर वास्तुकला और समृद्ध इतिहास इसे पर्यटकों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बनाते हैं।
यात्रा के सुझाव: मंदिर में उचित पोशाक पहनना उचित है। मंदिर परिसर में जूते पहनने की अनुमति नहीं है। पूजा सामग्री और प्रसाद मंदिर के बाहर की दुकानों से खरीदे जा सकते हैं। मंदिर सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहता है।
मुंबई की यात्रा के दौरान महालक्ष्मी मंदिर को जरूर शामिल करें और देवी लक्ष्मी के आशीर्वाद का अनुभव करें!
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जहांगीर आर्ट गैलरी: कला प्रेमियों के लिए स्वर्ग
मुंबई की धड़कन कहलाए दक्षिण मुंबई में स्थित, जहांगीर आर्ट गैलरी कला प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। 1952 में स्थापित, यह गैलरी भारतीय कला के पुनर्जागरण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही है।
कला का खजाना:
यहां आपको हर तरह की कलाकृतियां देखने को मिलेंगी, जैसे पेंटिंग्स, मूर्तियां, प्रिंट्स, हस्तशिल्प, सिरेमिक्स, तस्वीरें और बुनाई के बेहतरीन नमूने। चाहे आप स्थापित कलाकारों के कामों के प्रशंसक हों या उभरते कलाकारों की कला को तलाशना चाहते हों, यह गैलरी आपको निराश नहीं करेगी।
कलाकारों का मंच:
यह गैलरी न सिर्फ कला का प्रदर्शन करती है, बल्कि कलाकारों को बढ़ावा देने में भी अहम भूमिका निभाती है। यहां अक्सर प्रदर्शनियों, व्याख्यानों, कार्यशालाओं और चर्चाओं का आयोजन किया जाता है, जो कलाकारों और कला प्रेमियों के बीच संवाद को बढ़ावा देती हैं।
स्थान:
यह गैलरी काला घोड़ा इलाके में स्थित है, जो प्रिंस ऑफ वेल्स म्यूजियम के पीछे और गेटवे ऑफ इंडिया के पास है। यहां पहुंचना काफी आसान है। आप टैक्सी, रिक्शा या लोकल ट्रेन से आसानी से यहां पहुंच सकते हैं।
प्रवेश:
सबसे अच्छी बात यह है कि इस गैलरी में प्रवेश निःशुल्क है! तो कला की दुनिया में डूबने के लिए जहांगीर आर्ट गैलरी जरूर जाएं।
इस पोस्ट में मैंने आपको मुंबई में घूमने की सारी खूबसूरत जगह के नाम और उनका विवरण दे संक्षिप्त में और सटीक देने का प्रयास किया हैकई जगह हो सकता है की एंट्री फीस में आपको डिफरेंट देखने को मिले लेकिन और बाकी हर जानकारी सटीक देने का प्रयाश किया गया है | उम्मीद है आपको यह जानकारी पसंद आयी होगी |
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