10+ अजमेर में घूमने की जगह | Best Places To Visit Ajmer.

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Share on

अजमेर में घूमने की जगह बहुत ही शानदार, ऐतिहासिक और आकर्षक है, राजस्थान का अजमेर शहर अपने ऐतिहासिक महत्व और धार्मिक स्थलों के लिए विख्यात है। यह शहर अरावली पर्वत की गोद में बसा है और इसकी आबादी लगभग 5 लाख है। अजमेर का इतिहास 7वीं शताब्दी से शुरू होता है। इस शहर को कई राजवंशों ने शासित किया है, जिनमें चौहान, गौरी और मुगल शामिल हैं।

अजमेर में घूमने की जगह
Ajmer Me Ghumne Ki Jagah Ajmer Tourist places

अजमेर के कुछ प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों में तारागढ़ किला, अधाई दिन का झोंपड़ा और अना सागर झील शामिल हैं। तारागढ़ किला 12वीं शताब्दी में चौहान राजपूतों द्वारा बनवाया गया था। अधाई दिन का झोंपड़ा एक मस्जिद है जिसे 1200 के दशक की शुरुआत में बनवाया गया था। अना सागर झील एक कृत्रिम झील है जिसे 12वीं शताब्दी में बनवाया गया था।

अजमेर का इतिहास –


अजमेर का इतिहास सदियों से जुड़ा है। माना जाता है कि 7वीं शताब्दी में इसे “अजमेरु” नाम से जाना जाता था। चौहान राजपूतों के शासन में यह कला, संस्कृति और शिक्षा का केन्द्र बना। 1192 ई. में पृथ्वीराज चौहान को हराकर मुस्लिम शासन आया। इस दौरान ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह बनने के बाद यह सूफी संतों का प्रमुख केन्द्र बन गया।

1818 में अंग्रेजों के अधीन आ गया। आजादी के बाद यह राजस्थान का हिस्सा बना।

अजमेर का किला, अना सागर झील और ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह इसके समृद्ध इतिहास के गवाह हैं। यह शहर आज भी धर्म, संस्कृति और इतिहास का संगम स्थल है।

know more History of Ajmer In Wikipedia – click Here

अजमेर के प्रमुख पर्यटन स्थल

अजमेर, राजस्थान की धरती पर इतिहास और आध्यात्मिकता का संगम है। यहाँ घूमने के लिए कई आकर्षक स्थल हैं, जिनमें ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की विश्व प्रसिद्ध दरगाह से लेकर, शानदार अना सागर झील और अतीत की कहानियाँ समेटे हुए तारागढ़ किला शामिल है। चाहे आप धार्मिक दर्शन की यात्रा करना चाहते हों, या प्राचीन किलों की वीरता से रूबरू होना चाहते हों, अजमेर हर तरह के पर्यटक को अपनी ओर आकर्षित करता है। तो आइए, अजमेर की गलियों में खो जाएँ और इस ऐतिहासिक शहर के अनोखे सौंदर्य का अनुभव करें!

अजमेर शरीफ मजार –

अजमेर शरीफ मजार
अजमेर शरीफ मजार

अजमेर शरीफ दरगाह विश्व प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती का मकबरा है, जिन्हें “ख्वाजा गरीब नवाज” के नाम से जाना जाता है।

अजमेर में घूमने की जगह ढूंढ रहे हैं? तो अजमेर शरीफ दरगाह से बेहतर विकल्प नहीं हो सकता! विश्व प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती का यह मकबरा सिर्फ एक धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक केंद्र भी है।

12वीं शताब्दी में बनी यह खूबसूरत दरगाह अपनी सफेद संगमरमर की इमारत और सोने से मढ़े गुंबद के साथ दूर से ही आकर्षित करती है। भीतर शांत माहौल है, जहां लोग चादर चढ़ाकर या फूल चढ़ाकर दुआ मांगते हैं। यहां कव्वाली की मधुर धुनें और सूफी संतों की कहानियाँ हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देती हैं।

  • आस्था का केंद्र: सभी धर्मों के लोग यहां आस्था के साथ आते हैं और मन्नतें मांगते हैं।
  • सांस्कृतिक संगम: यहां आप विभिन्न धर्मों और समुदायों के लोगों को मिल-जुलकर दरगाह की पवित्रता बनाए रखते हुए देखेंगे।
  • आध्यात्मिक अनुभव: शांत वातावरण और कव्वाली की धुनों के बीच आध्यात्मिक शांति का अनुभव करें।
  • ऐतिहासिक महत्व: 12वीं शताब्दी की स्थापत्य कला का अद्भुत उदाहरण।
  • भारतीय संस्कृति: देश-विदेश से लोग आते हैं और भारतीय संस्कृति को नजदीक से देखते हैं।

टिप्स:

  • सभी धर्मों का सम्मान करें और उचित पोशाक पहनें।
  • दरगाह के अंदर शांति बनाए रखें।
  • जूते बाहर निकालकर रखें।
  • फोटोग्राफी की अनुमति कुछ निर्धारित क्षेत्रों में ही है।

Must Read about – 10+ फतेहपुर सीकरी में घूमने की जगह | Fatehpur Sikri Best Tourist Places in Hindi

तारागढ़ फोर्ट –

अजमेर में घूमने की जगह तलाश रहे हैं, जिसमें इतिहास की धरोहर झलकती हो? तो तारागढ़ किला आपके लिए एकदम सही है! अरावली पहाड़ियों पर स्थित यह किला 12वीं शताब्दी में चौहान राजपूतों द्वारा बनवाया गया था और अपने शानदार वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है।

तारागढ़ फोर्ट
तारागढ़ फोर्ट

पहाड़ी की खड़ी चोटी पर बना यह किला दूर से ही आकर्षित करता है। इसमें तीन विशाल प्रवेश द्वार हैं, जो किले की मजबूती का प्रमाण देते हैं। किले के अंदर घूमने पर आपको प्राचीन मंदिर, हथियारों के भंडार, बारूदखाना और सुंदर झीलें देखने को मिलेंगी।

अगर आप रोमांच पसंद हैं, तो किले की ऊंची प्राचीरों पर चढ़कर अजमेर शहर का मनोरम दृश्य देख सकते हैं। शाम के समय, सूर्यास्त का नजारा इस किले को और भी खूबसूरत बना देता है।

अजमेर घूमने आ रहे हैं? तो तारागढ़ किला जरूर जाएं और इस ऐतिहासिक स्थल को explore करें:

  • इतिहास का गवाह: चौहान शासनकाल की कहानियां बयां करता है।
  • शानदार वास्तुकला: राजपूत वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण।
  • रोमांचक अनुभव: ऊंची प्राचीरों पर चढ़कर शहर का नजारा देखें।
  • मनोरम दृश्य: सूर्यास्त के समय अद्भुत दृश्य का आनंद लें।
  • पिकनिक स्पॉट: परिवार या दोस्तों के साथ अच्छा समय बिताएं।

टिप्स:

  • किले तक पहुंचने के लिए घुमावदार रास्ते से होकर जाना पड़ता है, इसलिए आरामदायक जूते पहनें।
  • प्रवेश शुल्क देना पड़ता है।
  • पानी की बोतल और टोपी साथ ले जाएं।
  • किले की संपत्ति का सम्मान करें।

अजमेर में घूमने की बेहतरीन जगहों में से एक, तारागढ़ किला आपको इतिहास और रोमांच का अनोखा अनुभव प्रदान करेगा। तो अपनी यात्रा की योजना बनाएं और इस शानदार किले की यात्रा करें!

Also Read About –50+दिल्ली के पर्यटन स्थल के नाम, फोटो और विवरण 

अड़ाई दिन का झोपड़ा-

ढाई दिन का झोपड़ा
ढाई दिन का झोपड़ा

अजमेर में इतिहास के शौकीनों और वास्तुकला प्रेमियों के लिए एक अनोखा गहना छिपा है – अड़ाई दिन का झोपड़ा। पहली नज़र में, नाम थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन इसके पीछे का रहस्य और इसके अनोखेपन ने इसे एक ऐसी जगह बना दिया है जो आपको मंत्रमुग्ध कर देगी। “अड़ाई दिन का झोपड़ा” का रहस्य: स्थानीय मान्यता है कि इसे केवल ढाई दिन में ही बनाया गया था, जो वास्तव में असंभव लगता है। यह नाम ही इस स्मारक को और भी रहस्यमयी बनाता है|

Also Read – 20+ राजस्थान का फेमस खाना जिसे आपने एक बार खाया तो, खाते ही जायेंगे 

इसका खास क्या है?

  • एक वास्तुकला का चमत्कार: अड़ाई दिन का झोपड़ा हिंदू और मुस्लिम स्थापत्य शैलियों का एक अद्वितीय संयोजन है। भव्य प्रवेश द्वार, जटिल नक्काशी, सुंदर मेहराबें और विशाल स्तंभ इस स्मारक की खूबसूरती को बढ़ाते हैं।
  • इतिहास की परतें: इस जगह ने कई शासकों को देखा है और इसकी वास्तुकला में उनका प्रभाव झलकता है। यहां आप हिंदू और मुस्लिम शासन के मिश्रण का साक्षी बनेंगे।
  • एक नाम, कई कहानियां: “अड़ाई दिन का झोपड़ा” नाम के पीछे कई कहानियां हैं। एक कहानी कहती है कि इसे सिर्फ ढाई दिन में बनाया गया था, जबकि दूसरी का मानना है कि यह नाम इसकी आधी हिंदू और आधी मुस्लिम वास्तुकला का प्रतीक है।

आनासागर झील –

आनासागर झील
आनासागर झील

अजमेर में घूमने की जगहों की बात हो तो आनासागर झील का नाम जरूर आता है। यह झील सिर्फ एक पर्यटन स्थल ही नहीं, बल्कि प्रकृति की गोद में शांति और सुकून पाने का एक बेहतरीन विकल्प भी है। आज के ब्लॉग में हम आपको आनासागर झील के बारे में विस्तार से बताएंगे और आपको बताएंगे कि क्यों आपको अपनी अजमेर यात्रा में इसे जरूर शामिल करना चाहिए।

Also Read About – Jaipur Me Ghumne Ki Jagah

आनासागर झील का इतिहास और महत्व:

12वीं शताब्दी में अना द्वारा बनवाई गई यह झील अपने नाम के अनुरूप ही राजस्थान के शानदार इतिहास की एक झलक दिखाती है। यह झील कभी पेयजल आपूर्ति का प्रमुख स्रोत थी और आज भी शहर की खूबसूरती में चार चांद लगाती है।

आनासागर झील की खासियतें:

  • नौका विहार का मजा: झील में नौका विहार का आनंद लेना एक यादगार अनुभव होगा। आप शांत पानी में तैरते हुए आसपास के नजारों का लुत्फ उठा सकते हैं।
  • पक्षी देखने का शौक पूरा करें: झील विभिन्न प्रकार के प्रवासी पक्षियों का घर है। यहां आप फ्लेमिंगो, बत्तख, किंगफिशर और कई अन्य पक्षियों को देख सकते हैं।
  • बरादरी की शाही छटा: शाहजहां द्वारा बनवाए गए 12 मंडपों का समूह, जिसे बरादरी कहा जाता है, झील के किनारे एक शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है।
  • दौलत बाग की खूबसूरती: जहाँगीर द्वारा बनवाए गए इस उद्यान में घूमते हुए आप फूलों की सुगंध और पेड़ों की छांव का आनंद ले सकते हैं।
  • अजमेर का किला: झील के किनारे स्थित ऐतिहासिक अजमेर का किला भी दर्शनीय है। आप यहां किले के इतिहास और वास्तुकला के बारे में जान सकते हैं।
  • नाग पहाड़ी का रहस्य: झील में प्रतिबिंबित होने वाली विशाल नाग पहाड़ी स्थानीय लोगों के लिए धार्मिक महत्व रखती है। आप यहां पहाड़ी की कहानियों और किंवदंतियों को सुन सकते हैं।

आनासागर झील घूमने के लिए कुछ टिप्स:

  • सबसे अच्छा समय: सुबह या शाम को झील घूमने का सबसे अच्छा समय है।
  • पहनावा: आरामदायक कपड़े और जूते पहनें।
  • खाना-पीना: झील के आसपास कई छोटे-मोटे रेस्तरां हैं, जहां आप स्वादिष्ट भोजन का आनंद ले सकते हैं।
  • कूड़ा-कचरा: झील को साफ रखने में मदद करें और कूड़ा-कचरा ना फैलाएं।

अजमेर गवर्नमेंट म्यूजियम-

अजमेर में इतिहास के शौकीनों के लिए एक खास तोहफा है, वो है अजमेर गवर्नमेंट म्यूजियम! “अजमेर में घूमने की जगह” तलाश रहे हैं? तो इस शानदार संग्रहालय को जरूर शामिल करें। आज के ब्लॉग में हम आपको अजमेर गवर्नमेंट म्यूजियम के बारे में विस्तार से बताएंगे और आपको बताएंगे कि यह आपकी यात्रा को क्यों खास बना सकता है।

अजमेर गवर्नमेंट म्यूजियम
गवर्नमेंट म्यूजियम

अजमेर गवर्नमेंट म्यूजियम का इतिहास और महत्व:

1908 में स्थापित, यह संग्रहालय राजस्थान के समृद्ध इतिहास और संस्कृति का खजाना है। इसे अकबर के शानदार किले के परिसर में बनाया गया है, जो इसकी खासियत को और बढ़ा देता है।

अजमेर गवर्नमेंट म्यूजियम की खासियतें:

  • इतिहास और कला का संगम: यहां आपको प्राचीन मूर्तियां, हथियार, सिक्के, पेंटिंग्स, वस्त्र और अन्य ऐतिहासिक वस्तुएं देखने को मिलेंगी। ये संग्रह आपको राजस्थान के विभिन्न राजवंशों और कालखंडों के बारे में गहराई से जानने का मौका देते हैं।
  • मुगल वास्तुकला का नजारा: संग्रहालय की इमारत खुद ही एक कलाकृति है। यह मुगल वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण है और आपको उस दौर की भव्यता का एहसास कराएगी।
  • मुफ्त प्रवेश: यह संग्रहालय घूमने के लिए किसी भी शुल्क की आवश्यकता नहीं होती, जो इसे पर्यटकों के लिए और भी आकर्षक बनाता है।
  • अच्छा माहौल और सुविधाएं: संग्रहालय का माहौल शांत और ज्ञानवर्धक है। यहां सभी प्रदर्शनों के बारे में जानकारी देने के लिए सूचना पट्टियां भी लगी हैं।

अजमेर गवर्नमेंट म्यूजियम घूमने के लिए कुछ टिप्स:

  • सबसे अच्छा समय: सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है।
  • पहनावा: आरामदायक कपड़े पहनें।
  • समय निकालें: संग्रहालय के सभी प्रदर्शनों को अच्छी तरह से देखने के लिए कम से कम 2-3 घंटे का समय लें।
  • सवाल पूछें: यदि आपको किसी प्रदर्शन के बारे में कोई सवाल है, तो वहां मौजूद गाइड से पूछ सकते हैं।
  • फोटोग्राफी: कुछ प्रदर्शनों को छोड़कर, आमतौर पर फोटोग्राफी की अनुमति होती है।

अजमेर में घूमने की जगह की इस यात्रा में अजमेर गवर्नमेंट म्यूजियम एक अनोखा अनुभव प्रदान करता है। इतिहास और कला के शौकीनों के लिए यह स्वर्ग है। तो अपनी अगली अजमेर यात्रा में इसे जरूर शामिल करें और अपने ज्ञान को समृद्ध बनाएं!

अजमेर में घूमने की जगह: पुष्कर – पवित्रता, मेलों और रेत के टीलों का संगम! –

अजमेर की यात्रा अधूरी रह जाएगी बिना पुष्कर के दर्शन के! “अजमेर में घूमने की जगह” तलाश रहे हैं? तो पुष्कर को अपनी यात्रा में जरूर शामिल करें। यह छोटा सा शहर अपने धार्मिक महत्व, रंगारंग ऊंट मेले, खूबसूरत झीलों और जीवंत बाजारों के लिए प्रसिद्ध है। आज के ब्लॉग में हम आपको पुष्कर के बारे में विस्तार से बताएंगे और आपको बताएंगे कि यह आपकी यात्रा को क्यों खास बना सकता है।

पुष्कर
पुष्कर

पुष्कर का धार्मिक महत्व:

  • ब्रह्मा मंदिर: हिंदू धर्म में एकमात्र ब्रह्मा मंदिर यहीं स्थित है, जो पुष्कर को धार्मिक तीर्थस्थल बनाता है। हजारों श्रद्धालु हर साल यहां दर्शन करने आते हैं।
  • पवित्र झील: पुष्कर झील को पवित्र माना जाता है और ऐसा माना जाता है कि इसमें स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है। 52 घाटों से घिरी यह झील सुबह और शाम के समय सबसे मनोरम लगती है।
  • अनेक मंदिर और मठ: पुष्कर में कई अन्य मंदिर और मठ भी हैं, जैसे कि सवित्री मंदिर, रंगजी मंदिर, गायत्री मंदिर आदि, जो धार्मिक पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।

know about – 20+ राजस्थान का फेमस खाना जिसे आपने एक बार खाया तो, खाते ही जायेंगे 

पुष्कर का सांस्कृतिक वैभव:

  • ऊंट मेला: हर साल नवंबर में आयोजित होने वाला पुष्कर ऊंट मेला दुनिया का सबसे बड़ा ऊंट मेला है। यह मेला रंगारंग परंपराओं, ऊंटों के सजावट, प्रतियोगिताओं और जीवंत बाजारों का अद्भुत नजारा प्रस्तुत करता है।
  • स्थानीय बाजार: जीवंत बाजारों में घूमना पुष्कर की यात्रा का एक अनोखा अनुभव है। यहां आपको हस्तशिल्प, मिट्टी के बर्तन, कपड़े, आभूषण, और स्वादिष्ट स्थानीय व्यंजन मिलेंगे।
  • राजस्थानी लोक कला और संस्कृति: पुष्कर में राजस्थानी लोक कला और संस्कृति का जीवंत प्रदर्शन देखने को मिलता है। यहां आप लोक नृत्य, संगीत और कठपुतली शो का आनंद ले सकते हैं।

अजमेर में घूमने की जगह की इस यात्रा में पुष्कर एक अनोखा अनुभव प्रदान करता है। धार्मिक स्थलों, सांस्कृतिक वैभव और प्राकृतिक सुंदरता का संगम आपको मंत्रमुग्ध कर देगा।

पृथ्वीराज स्मारक-

पृथ्वीराज स्मारक
पृथ्वीराज स्मारक

अजमेर में तारागढ़ रोड पर स्थित पृथ्वीराज स्मारक चौहान वंश के महान नायक पृथ्वीराज चौहान का स्मारक है यह स्मारक हमारे देश के महान योद्धा को श्रद्धांजलि देने के लिए बनाया गया है लोग यहां पर घूमने फिरने और बैठने आते हैं यहां स्मारक में पृथ्वीराज चौहान की मूर्ति को काले संगमरमर से एक घोड़े पर बैठा हुआ दिखाया गया है स्मारक की इस लोकेशन से अजमेर के शानदार नजारे भी दिखाई देते हैं।

सोने की नसियां-

सोने की नसियां
सोने की नसियां

अजमेर की धरती पर इतिहास और आस्था के कई अनमोल रत्न बिखरे हैं, जिनमें से एक है सोने की नसियां। “अजमेर में घूमने की जगह” तलाश रहे हैं, तो इस दिव्य मंदिर को जरूर शामिल करें। आज के ब्लॉग में हम आपको सोने की नसियों के बारे में विस्तार से बताएंगे और आपको बताएंगे कि यह आपकी यात्रा को क्यों खास बना सकता है।

सोने की नसियां का इतिहास और महत्व:

19वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में निर्मित, यह दिगंबर जैन मंदिर अपनी भव्यता और खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध है। इसका नाम “सोने की नसियां” इसलिए पड़ा क्योंकि इसकी मुख्य कक्ष, स्वर्ण नगरी में लगभग 1000 किलो सोने का इस्तेमाल किया गया है। यह मंदिर आदिनाथ भगवान को समर्पित है और जैन धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है।

सोने की नसियों की खासियतें:

  • स्वर्ण नगरी का वैभव: मंदिर का मुख्य आकर्षण इसकी स्वर्ण नगरी है। यहां सोने से बनी मूर्तियों, चित्रों और सजावट का अनोखा संग्रह देखने को मिलता है। यह कलात्मक कृतियां जैन धर्म के इतिहास और परंपराओं को दर्शाती हैं।
  • वास्तुशिल्प का कमाल: मंदिर की वास्तुकला भी अद्भुत है। लाल पत्थरों से बना यह मंदिर जटिल नक्काशी और सुंदर मेहराबों से सजा है।
  • शांत और आध्यात्मिक वातावरण: मंदिर का वातावरण शांत और आध्यात्मिक है। यहां प्रार्थना और ध्यान करने के लिए एक आदर्श स्थान है।
  • अन्य दर्शनीय स्थल: मंदिर परिसर में ही अन्य जैन मंदिर और मूर्तियां भी हैं, जिन्हें आप देख सकते हैं।

सोने की नसियां घूमने के लिए कुछ टिप्स:

  • सबसे अच्छा समय: सुबह या शाम को मंदिर घूमने का सबसे अच्छा समय है।
  • पहनावा: सम्मानजनक और ढका हुआ पहनावा पहनें।
  • जूते: मंदिर के अंदर जूते उतारने पड़ते हैं।
  • कैमरा: कुछ क्षेत्रों में फोटोग्राफी प्रतिबंधित है।
  • दान: मंदिर में दान देना स्वैच्छिक है।

अजमेर में घूमने की जगहों की इस यात्रा में सोने की नसियां एक अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करता है। यह मंदिर इतिहास, कला, आस्था और शांति का संगम है। तो अपनी अगली अजमेर यात्रा में इसे जरूर शामिल करें और अपने मन को शांति प्रदान करें!

10+जानिए गुजरात का प्रसिद्ध फूड जिसका हर कोई है दीवाना | Gujrat Famous Food in Hindi

फॉय सागर झील –

अजमेर की खूबसूरती का वर्णन करते समय, फॉय सागर झील का नाम जरूर आता है। “अजमेर में घूमने की जगह” तलाश रहे हैं, तो प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग के समान इस झील को अपनी यात्रा में शामिल करना न भूलें। आज के ब्लॉग में हम आपको फॉय सागर झील के बारे में विस्तार से बताएंगे और आपको बताएंगे कि यह आपके अजमेर प्रवास को क्यों यादगार बना सकती है।

फॉय सागर लझी
फॉय सागर झील

फॉय सागर झील का इतिहास और महत्व:

1892 में अंग्रेजी इंजीनियर फॉय द्वारा निर्मित, यह झील मूल रूप से सूखे के दौरान अजमेर में पानी की कमी को दूर करने के लिए बनाई गई थी। आज, यह न केवल शहर के लिए जल आपूर्ति का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, बल्कि एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल भी है।

फॉय सागर झील की खासियतें:

  • नौका विहार का आनंद: शांत झील में नौका विहार करना एक मनोरम अनुभव है। आप झील के बीचों-बीच से आसपास के नजारों का लुत्फ उठा सकते हैं।
  • पक्षी देखने का शौक पूरा करें: झील विभिन्न प्रकार के प्रवासी पक्षियों का घर है। यहां आप फ्लेमिंगो, बत्तख, किंगफिशर और कई अन्य पक्षियों को देख सकते हैं।
  • मनोरम सूर्यास्त: झील के किनारे बैठकर सूर्यास्त का नजारा देखना एक अविस्मरणीय अनुभव है। आकाश के बदलते रंगों का दीदार करना किसी जादू से कम नहीं है।
  • पिकनिक का मजा: झील के पास घास के मैदान पिकनिक के लिए एकदम सही हैं। अपने दोस्तों और परिवार के साथ यहां आकर प्रकृति का आनंद लें और स्वादिष्ट भोजन का स्वाद लें।
  • फोटोग्राफी का शानदार अवसर: झील का शांत वातावरण और आसपास की खूबसूरती फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए एकदम सही है।

फॉय सागर झील घूमने के लिए कुछ टिप्स:

  • सबसे अच्छा समय: सुबह या शाम को झील घूमने का सबसे अच्छा समय है।
  • पहनावा: आरामदायक कपड़े और जूते पहनें।
  • खाना-पीना: झील के आसपास कई छोटे-मोटे रेस्तरां हैं, जहां आप स्वादिष्ट भोजन का आनंद ले सकते हैं।
  • कूड़ा-कचरा: झील को साफ रखने में मदद करें और कूड़ा-कचरा ना फैलाएं।

अजमेर में घूमने की जगहों की इस यात्रा में फॉय सागर झील एक शांत और सुंदर अनुभव प्रदान करती है। यह आपको प्रकृति से जुड़ने और शहर की भागदौड़ से कुछ समय दूर रहने का मौका देती है। तो अपनी अगली अजमेर यात्रा में इसे जरूर शामिल करें और अपने मन को ताज़ा कर लें!

नारेली जैन मंदिर –

अजमेर में घूमने के लिए कई खूबसूरत जगहें हैं, लेकिन अगर आप शांति और आध्यात्मिकता की तलाश में हैं, तो नारेली जैन मंदिर आपके लिए एक आदर्श विकल्प है। “अजमेर में घूमने की जगह” खोजते हुए आप इस मंदिर को जरूर अपनी लिस्ट में शामिल करें|

नारेली जैन मंदिर
नारेली जैन मंदिर

नारेली जैन मंदिर का इतिहास और महत्व:

2003 में स्थापित, यह मंदिर आधुनिक जैन मंदिरों में से एक है। हालांकि, इसकी स्थापत्य शैली और मूर्तियों में प्राचीन परंपराओं का खूबसूरत समावेश है। यह अजमेर से लगभग 7 किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग 8 पर स्थित है।

नारेली जैन मंदिर की खासियतें:

  • 25 मंदिरों का संग्रह: यह मंदिर एक परिसर में 25 मंदिरों का एक अनोखा संग्रह है। प्रत्येक मंदिर 24 तीर्थंकरों को समर्पित है, जो जैन धर्म के संस्थापकों और आध्यात्मिक गुरुओं के रूप में जाने जाते हैं।
  • सफेद संगमरमर की भव्यता: मंदिर परिसर का निर्माण सफेद संगमरमर से किया गया है, जो इसे एक आकर्षक और शांत वातावरण प्रदान करता है।
  • शिल्पकला का कमाल: मंदिरों की दीवारों और छतों पर जटिल नक्काशी और मूर्तियां बनी हुई हैं, जो शिल्पकला का बेहतरीन उदाहरण हैं।
  • धार्मिक महत्व: मंदिर में कई त्योहार और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें से महावीर जयंती सबसे महत्वपूर्ण है।
  • शांति का अनुभव: मंदिर का शांत वातावरण तनाव दूर करने और मन को शांति प्रदान करने के लिए आदर्श है।

नारेली जैन मंदिर घूमने के लिए कुछ टिप्स:

  • सबसे अच्छा समय: सुबह या शाम को मंदिर घूमने का सबसे अच्छा समय है।
  • पहनावा: शालीन और ढंका हुआ पहनावा पहनें।
  • जूते: मंदिर के अंदर जूते उतारकर रखने की आवश्यकता होती है।
  • फोटोग्राफी: कुछ विशिष्ट क्षेत्रों को छोड़कर, आमतौर पर फोटोग्राफी की अनुमति नहीं होती है।
  • शांति बनाए रखें: मंदिर परिसर में शांत रहकर धार्मिक वातावरण का सम्मान करें।

अजमेर में घूमने की जगहों की इस यात्रा में नारेली जैन मंदिर आध्यात्मिकता और कला का एक अद्भुत संगम प्रस्तुत करता है। यह मंदिर न केवल जैन धर्म के अनुयायियों के लिए, बल्कि सभी धर्मों के लोगों के लिए एक आकर्षक स्थल है। तो अपनी अगली अजमेर यात्रा में इसे जरूर शामिल करें और अपने मन को शांति प्रदान करें!

अजमेर का प्रसिद्ध स्थानीय भोजन-

अजमेर आने वाला प्रत्येक टूरिस्ट यहां के प्रसिद्ध भोजन सामग्री का लुफ्त उठाना चाहता है तो चलिए हम आपको अजमेर के कुछ प्रसिद्ध भोजन की जानकारी देते हैं अजमेर में पसंद की जाने वाली प्रसिद्ध भोजन सामग्री में दाल बाटी, चूरमा, जेवर,बाजरे की खिचड़ी, राजस्थानी पुलाव और गट्टे की सब्जी अधिक प्रसिद्ध है यह सब हिंदू भोजन सामग्री है।

अजमेर जाने का सबसे अच्छा समय –

वैसे तो आप इस स्थान पर साल भर घूमने जा सकते हैं लेकिन अक्टूबर से मार्च का समय अजमेर घूमने का सबसे अच्छा समय माना जाता है क्योंकि यह समय आपके शहर की यात्रा करने का एक आदर्श माहौल प्रदान करता है मार्च में शुरू होने वाली ग्रीष्मकल के दौरान अजमेर की यात्रा से बचें क्योंकि इस समय अजमेर का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है।

अजमेर में कहां रुके-

अजमेर एक बड़ा टूरिस्ट प्लेस होने के कारण यहां रुकने के लिए होटल वगैरा तो हैं ही अगर आप जानना चाहते हैं तो हम आपको बता दें कि अजमेर में लो बजट से लेकर हाई बजट तक होटल उपलब्ध है तो आप अपनी सुविधा के अनुसार होटल ले सकते हैं लिए जानते हैं अजमेर की कुछ होटलों के नाम-

  • होटल एलएन कोर्टयार्ड
  • ब्राविया होटल अजमेर
  • रीगल होटल
  • मानसिंह पैलेस अजमेर
  • होटल साहिल

अजमेर कैसे पहुंचे-

अजमेर शहर राजस्थान का प्रमुख पर्यटन स्थल है।जहां आप बस ट्रेन या हवाई मार्ग से यात्रा करके पहुंच सकते हैं।

रेल मार्ग द्वारा-

तो अजमेर सिटी से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर अजमेर रेलवे स्टेशन है जहां पर दिल्ली मुंबई कोलकाता जैसे बड़े शहरों से डायरेक्ट ट्रेन चलती है। अगर आप दिल्ली से आना चाहते हैं तो दिल्ली से अजमेर तक का डिस्टेंस लगभग 400 किलोमीटर है, तो दोस्तों आप ट्रेन के माध्यम से अजमेर पहुंच सकते हैं।

वायु मार्ग-

अजमेर से लगभग 135 किलोमीटर दूर सांगानेर इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। जहां पर भारत के अलावा विदेशों से भी प्लेन आती है, अगर आप दिल्ली से आना चाहते हैं तो दिल्ली से एयरपोर्ट से यह फ्लाइट आपको 1 घंटे में सांगानेर एयरपोर्ट पहुंचा देगी।

सड़क मार्ग –

और दोस्तों इसके बाद अगर आप बस से आना चाहते हैं तो अजमेर के लिए जयपुर उदयपुर जैसे बड़े शहर से डायरेक्ट बस चलती है। तो दोस्तों आप इन तीनों माध्यम से अजमेर पहुंच सकते हैं।

FAQ

अजमेर में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगह कौन सी है?

यह आपकी रुचि पर निर्भर करता है। यदि आप धार्मिक स्थलों में रुचि रखते हैं, तो अजमेर शरीफ दरगाह और पुष्कर आपके लिए बेहतरीन विकल्प हैं। यदि आप इतिहास के शौकीन हैं, तो तारागढ़ किला और अकबर का किला आपको जरूर पसंद आएंगे। प्रकृति प्रेमियों के लिए आना सागर झील और फॉय सागर झील शानदार जगहें हैं।

अजमेर में घूमने के लिए कितने दिन लगते हैं?

अजमेर में घूमने के लिए आपको कम से कम 2-3 दिन लगेंगे। यदि आप सभी प्रमुख जगहों को देखना चाहते हैं, तो आपको 4-5 दिन भी लग सकते हैं।

अजमेर में घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?

अजमेर में घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक का होता है। इस दौरान मौसम सुहावना होता है और तापमान भी कम होता है।

अजमेर में घूमने के लिए कुछ टिप्स:

मौसम के अनुसार कपड़े पहनें।
धूप से बचाव के लिए सनस्क्रीन और टोपी का प्रयोग करें।
पानी की बोतल साथ रखें।
मंदिरों और धार्मिक स्थलों में सम्मानजनक कपड़े पहनें।
स्थानीय लोगों का सम्मान करें।

Share on

Leave a comment